श्रीलंका के खिलाफ राजकोट में शनिवार को खेले गए सीरीज के आखिरी टी20 मुकाबले को देखने के लिए स्टेडियम में जमा हुए करीब पच्चीस से तीस हजार दर्शकों का पूरा पैसा सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav’s blistering century) ने वसूल करा दिया. सूर्या ने ऐसी बल्लेबाजी की, जिसके लिए हर्षा भोगले (Harsha Bhogle’s comment about Suryakumar) तो यहां तक कह गए कि बहुत से बल्लेबाज तो ऐसी बल्लेबाजी अपने सपने में भी नहीं कर पाते.
यादव ने चोकौं-छ्क्कों की ऐसी बरसात की, जिसमें करोड़ों फैंस भीग कर आनंद के रस में गदगद हो गए. सूर्यकुमार यादव ने लंकाई गेंदबाजों को घसीटा कम और मारा ज्यादा की तर्ज पर सात चौके और नौ छक्के जड़े. यादव ने अपने तीसरे टी20 शतक में एक से बढ़कर एक छक्का जड़ा, लेकिन एक छक्का तो ऐसा रहा, जिसे जिसने भी देखा, उसने दांत तले उंगली दबा ली.
और यह छक्का रहा उनकी पारी का तीसरा छक्का, जो लंकाई पेसर मधुशंका के फेंके 13वें ओवर में आया. यह गेंद दूर से देखने में एक बार को तो बीमर सी लगी. वास्तव में यह कोण बनाती हुई ऑफ स्टंप के बाहर फ्लैट फुलटॉस जैसी गेंद थी. इसे सूर्यकुमार यादव ने आगे की ओर शफल करते और झुकते हुए कीपर के सिर के ऊपर से छक्के के लिए बाहर पहुंचा दिया, तो क्रिकेट जगत अवाक रह गया.
शॉट को फिनिश करते हुए सूर्यकुमार क्रीज ही नहीं, बल्कि साइड में पिच के भी बाहर चले गए और फिनिशिंग टच उन्होंने पलटी खाकर प्रदान किया.सूर्युकमार के इस छक्के को देखकर एक बार कमेंटेटर अपनी सीट से खड़े हो गए. और दर्शकदीर्घा में जमा और टीवी पर देख रे प्रशंसकों ने हैरानी से हाथ अपने माथे पर रख लिया. कहा जा सकता है कि दुनिया में ऐसा शॉट सिर्फ और सिर्फ सूर्यकुमार यादव ही खेल सकते हैं.
और अगर उनकी जगह कोई और बल्लेबाज होता है, गेंद सीधे उसके हेलमेट पर लगती. ऐसे में तो हम तमाम युवा क्रिकेटरों और हार्ड गेंद से खेलने वाले फैंस से यही कहेंगे कि कई बार अभ्यास के जरिए महारथ हासिल करने के बाद ही यह शॉट मैच में खेलनें. और अगर बिना ऐसा किए करते हैं, तो चेतावनी देनी पड़ेगी कि कृपया इस शॉट को अपने जोखिम पर भी खेलें !