माँ जैसा इस दुनिया मे कोई नही हो सकता माँ अपनी औलाद के लिए उस पेड़ की मानिन्द है जो हमेशा अपनी औलाद को अपनी छांव में रखती है और वक़्त आने पर दुर्गा का रूप भी धरण कर लेती है माँ सब दुख दर्द सह लेती है अगर उसके बच्चों की तरफ कोई आंख उठकर भी देखे तो वो उसकी आंखें नोच लेती है
आज हम आपको ऐसी ही माँ के बारे में बताने जा रहे हव जिसने अपनी बच्चे की जिंदगी मौत के मुंह से निकलने के लिए अपनी जिंदगी भी दांव पर लगा दी ये औरत एक आदिवासी है जिसके दो बच्चे है ये मध्यप्रदेश की एक आदिवासी महिला है
घटना सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक के संजय टाइगर बफर जोन की 28 नवंबर की है. इस बफर जोन की टमसार रेंज में आने वाला बाड़ीझरिया गांव चारों ओर से जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है.उसका पति शंकर बैगा किसी काम से घर से बाहर गया हुआ था. किरण की गोद में ही एक बच्चा बैठा था, दो पास में अलाव ताप रहे थे.
जो शाम को अपनी झोपड़ी के आगे अलाव जलाकर अपने बच्चों के साथ हाथ सेक रही यही तभी कुछ ऐसा होता है कि माँ का दिल काँप जाता है वहा पर एक तेंदुआ आता है जो उसके 6 साल के बेटे को मुंह मे भरकर ले जाता है माँ ये सब देख कर हिम्मत से काम लेती है वो अपने दूसरे बेटे को झोपड़ी में बंद करके तेंदुए के पीछे निहत्थी भागती है
तकरीबन1 किलोमीटर भागने के बाद उसे उसका बच्चा तेंदुए के कब्जे में दिखाई देता है वो वहां से एक लकड़ी का डंडा उठाती है और तेंदुए पर मरती है ऐसे में।तेंदुआ उस महिला पर भी वॉर करता है है लेकिन महिला हार नही मानती आखिर में तेंदुए को हार मानकर पीछे हटना पड़ता है एक माँ जो तेंदुए को हराकर अपने बच्चे को मौत के मुंह से बचा कर ले आयी।सभी इस महिला की बहादुरी को सलाम कर रहे है
तेंदुए के हमले में लड़के की पीठ, गाल और आंखों पर चोटें आई हैं और हमले में उसकी मां भी घायल हो गई है. बफर जोन के रेंजर असीम भूरिया ने मां और बेटे को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया और तत्काल एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की.
अधिकारी ने कहा कि दोनों घायलों का उपचार वन विभाग द्वारा कराया जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहाा ने मंगलवार को एक ट्वीट कर महिला के इस साहसिक कार्य की तारीफ की है.
शेरनी मां की ताकत-
सीधी जिले में एक मां बेटे को बचाने के लिए मौत से लड़ गई.
इस मां के 6 साल के बेटे को तेंदुआ उठा ले गया था.
मां ने तेंदुए का एक किलोमीटर दूर तक पीछा किया
और उससे बच्चे को छीन लिया. इस घटना में मां और बेट दोनों घायल हो गए. pic.twitter.com/I3z3ZMtRTO— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) November 30, 2021
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुया लिखा है की-” काल के हाथ से अपने बच्चे को बचाकर नया जीवन देने वाली माँ को मेरा प्रणाम। मौत से टकराकर अपने बच्चे को बचाकर ममता का अद्भूत स्वरुप इस माता ने लोगो को दिखाया है।” इस माता का नाम श्रीमती किरण बैगा है जिनकी तारिफ आज परा देश कर रहा है।आप इस बहादुर माँ के बारे में क्या कहेंगे। इस पोस्ट शेयर करे