फरमानी नाज ने भजन को चल रहे विवाद को लेकर बयान दिया है. इसके साथ उन्होंने इस्लाम में गाने नाचने को बुरा माने जाने पर भी अपनी बात कही है. इसके अलावा उन्होंने उनपर सवाल उठा रहे लोगों पर निशाना साधा है.
फरमानी नाज आजकल काफी सुर्खियों में हैं. उनके खबरों में रहने का कारण उनका भजन गाना है. दरअसल फरामानी नाज ने हालही में हर-हर शंभू नाम का भजन गाया था. जिसके बाद उनकी मुखालिफत होने लगी थी. लोग उनपर एक मुस्लिम होकर भजन गाने का आरोप लगा रहे थे. जिसके बाद अब फर्मानी का जवाब सामने आया है. उन्होंने गाने को धर्म से जोड़ने वालों का रड़ा जवाब दिया है.
फरमानी नाज ने क्या कहा?फरमानी नाज ने एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि हम किसी को ना तो कोई दुख पहुंचा रहे हैं और ना ही किसी को बुरा कह रहे हैं. ‘हम कलाकार हैं’ कहने के लिए हिम्मत होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कलाकार का कोई धर्म नहीं होता है. गाने सुनने वाले भी हर धर्म के लोग होते हैं. फरमानी कहती हैं कि सभी को उनकी जिंदगी जीने का हक है.
गाना इस्लाम में हराम:फरमानी से इस दौरान जब इस्लाम में गाने को मना होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि समय ऐसी चीज है जो हर काम करना देता है. लेकिन कलाकारों से किसी धर्म से जोड़ना गलत है. फरमानी ने कहा कि कोई अपनी खुशी से तो कुछ काम नहीं करता है.
हम मजबूर थे:फरमानी ने बातचीत के दौरान बताया कि वह मजबूर थीं उनका एक छोटा बच्चा है. किसी वजह से वह गानी लगीं इसका मतलब यह बिलकुल नहीं हैं कि वह बचपन से गा रही हैं. थोड़ी मजबूरी थी तो गाने लगी. इसका पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं.
परेशान थी तो तब किसी ने नहीं पूछा:फरमानी कहती हैं कि तब वह परेशान थी तो तब किसी ने नहीं पूछा. लेकिन आज वह गाने लगी तो सब उन पर सवाल उठा रहे हैं. नाज कहती हैं कि वह ना तो ज्यादा सोचती हैं और ना ही किसी को बुरा कहती हैं. वह सभी धर्म की इज्जत करती हैं.